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ऊं शंशनैश्चराय नम:! शनि मंदिर शिंगणापुर


शनि देव की महिमा को कौन नहीं जनता। कब अपनी कृपा दृष्टि से राजा को रंक और रंक को राजा बना दे। शनि तीर्थ स्थल में ऊं शंशनैश्चराय नम:! शनि मंदिर शिंगणापुर का अलग ही महत्व है। इस गांव में मंदर नहीं है पर शनि देव की अपार कृपा है। घर है लेकिन दरवाजे नहीं हैं। न जाने कई खुशियां और महिमा से भरा परा है शिरडी के साई बाबा से 65 किलो  मीटर दूर शिंगणापुर गांव। शिंगणापुर धार्मिक स्थल के साथ लोकप्रिय पर्यटक स्थल भी है।
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित गांव शिंगणापुर में हिंदु देवता शनि महराज देव को समर्पित प्रसिद्ध मंदिर है। इस गांव की एक रोचक कथा है। स्थानीय लोग अपने घरों में ताला नहीं लगाते हैं। शिंगणापुर शनि देव मंदिर की महिमा से कोई अंजान नहीं है। इसी वजह से शिंगणापुर धार्मिक स्थल के साथ लोकप्रिय पर्यटक स्थल है। ग्रामीणों का मानना है कि मंदिर जागृत देवस्थान है। माना जा है कि मंदिर में भगवान स्वयं सक्रिय यानि जीवित है और गांव के जनता और मंदिर की रक्षा करते हैं। मान्यता है कि इस गांव में कभी चोरी नहीं होती है, इसलिए मंदिर और घरों में गांव के लोग कभी ताला नहीं लगाते हैं। मंदिर के नजदीक या गांव में काई व्यक्ति चोरी करने का कोशिश करता है तो वह अंधा हो जाता है। इस युग कर यह पहला ऐसा गांव है जहां घरों में ताले नहीं लगते हैं। यह शनि महराज के कृपा से संभव है। 5.5 फुट की ऊंचे काले रंग की एक विशाल पत्थर शनि देवता के प्रतीक के रूप में खुले आकाश के नीचे एक चबूतरे पर अवस्थित है। धूप हो या आंधी, जाड़ा हो या बरसात शनिदेव बिना छत के  संगमरमर पर विरजमान रहते हैं। साथ में उनके पास भगवान शिव और हनुमान की प्रतिमा भी स्थापित है। अपराध मुक्त रिकॉर्ड के कारण इस क्षेत्र में देश का पहला बिना ताले का बैंक 2011 में खोला गया। बैंक के दरवाजे हर समय खुले रहते हैं।
मंदिर में रोजाना लगभग 50,000 आगंतुक दर्शन करने आते हैं, लेकिन इनकी संख्या अमावस्या के दिन तीन लाख से अधिक यानी छह गुना तक बढ़ जाती है। शनिदेव को खुश करने के लिए अमावस्या का दिन सबसे शुभ माना जा रहा है। शनिवार के दिन आने वाली अमावस्या को लोग शनि देव की पूजा, अभिषेक और झांकी आदि निकालते हैं। नवग्रहों में शनि को सर्वश्रेष्ठ ग्रह माना जाता है क्योंकि शनि एक राशि पर ज्यादा समय तक विराजमान रहता है। कहते है जब शनि की कृपा होती है तो रंक भी राजा हो जाता है और जब शनि कुपित हो जाए या उनकी अशुभ दृष्टि पर जाए तो सब कुछ नष्ट हो जाता है। शनिदेव की महिमा अपरमपार है।

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