नारी हमारी समाज की आधारभूत स्तंभ है फिर भी आज समाज में हर जगह लोग नारी का ही शोषण करतें हैं। पुरुष…
Read more stuff»मेरे सामने लक्ष्य है मेरा, अभी पूरा करना है मत भटकाओं राहों से, बाधाओं से लडऩा है तू राही भटकने …
Read more stuff»जब जब होता है दंगा आदमी हो जाता है नंगा धर्म और मजहब का नाम व्यर्थ में होता है बदनाम आंखों स…
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